
चंडीगढ़, 5 नवंबर– हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि हरियाणा के खेल इतिहास में हरियाणा ओलम्पिक संघ ने एक नए अध्याय की शुरूआत की है। इस नए अध्याय के साथ प्रदेश के हजारों खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मुकाम को हासिल करने के लिए एक नया मंच मिला है। इसके लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी की जितनी तारिफ की जाए उतनी कम है।
विकास एवं पंचायत मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार बुधवार को कुरुक्षेत्र में हरियाणा ओलम्पिक संघ की तरफ से चल रही राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता के समापन समारोह में बोल रहे थे। इससे पहले मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार, जिला परिषद के उपाध्यक्ष धर्मपाल चौधरी, सचिव नसीब ने 27वें हरियाणा ओलम्पिक संघ की तरफ से आयोजित महिला व पुरुष कबड्डी खिलाड़ियों से परिचय किया और फाइनल मैच शुरू करवाया।
उन्होंने कहा कि इस राज्य स्तरीय महिला व पुरुष कबड्डी प्रतियोगिता के पुरुष वर्ग में सोनीपत की टीम प्रथम, भिवानी द्वितीय, कैथल व रोहतक संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रही। इसी तरह महिला वर्ग में जींद की टीम प्रथम, चरखी दादरी की टीम द्वितीय और हिसार व भिवानी की टीम संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रही। विकास एवं पंचायत मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार ने प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर आने वाली टीम को मेडल व ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।
उन्होंने खिलाड़ियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि धर्मक्षेत्र व कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर प्रदेश भर से आए खिलाड़ियों ने पूरे जोश और जज्बे के साथ अपनी प्रतिभा दिखाई। इन खेलों में सराहनीय प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को जीत हासिल हुई और हारने वाले खिलाड़ियों को और अधिक मेहनत करके आगे बढ़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की युवा शक्ति के परिश्रम और प्रतिभा का उत्सव है। गत 2 नवंबर को मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने गुरुग्राम से शुरू हुए इस उत्सव का थीम मिट्टी से मेडल तक हरियाणा के खेल इतिहास में एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहा है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा की मिट्टी बहुत खास है। यही वह धरती है, जिसने देश को वह लाल दिए, जिन्होंने खेल के मैदानों पर भारत का तिरंगा बुलंद किया। यही वह भूमि है, जहां के खिलाड़ियों ने ओलंपिक से लेकर एशियाई खेलों तक, राष्ट्रमंडल खेलों से लेकर अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं तक हर मंच पर भारत की शान बढ़ाई है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में अगर दुनिया भारत को एक उभरती खेल शक्ति के रूप में देख रही है, तो उसमें हरियाणा की भूमिका निर्णायक है। पहलवानी हो या बॉक्सिंग, शूटिंग हो या हॉकी, हरियाणा के खिलाड़ियों ने हर बार भारत का मान बढ़ाया है।
उन्होंने कहा कि 13 साल के लंबे अंतराल के बाद ओलंपिक संघ की तरफ से 27वें हरियाणा राज्य स्तरीय खेलों का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रतियोगिताओं में 24 अलग-अलग खेलों में 6 हजार से अधिक खिलाड़ी अपनी प्रतिभा, अपनी मेहनत और अपनी मातृभूमि के लिए मैदान में उतरेंगे। यह हरियाणा राज्य खेल 8 नवंबर तक चलेंगे। इस समय प्रदेश में 1 हजार 489 खेल नर्सरियां कार्यरत हैं। इनमें 37 हजार 225 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। इन नर्सरियों में नामांकित 8 से 14 वर्ष की आयु के खिलाड़ियों को 1500 रुपये तथा 15 से 19 वर्ष की आयु के खिलाड़ियों को दो हजार रुपये प्रति माह दिये जाते हैं। यहीं नहीं खेल नर्सरी प्रशिक्षकों को 25 हजार रुपये तक मानदेय भी दिया जा रहा है। उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित रोजगार सुनिश्चित करने के लिए हरियाणा उत्कृष्ट खिलाड़ी सेवा नियम 2021 बनाये हैं। इसके तहत खेल विभाग में 550 नए पद बनाये गये हैं।
उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के लिए क्लास-वन से क्लास-फोर तक के पदों की सीधी भर्ती में आरक्षण का प्रावधान किया गया है। हरियाणा में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार दिया जाता है। राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले तथा पदक जीतने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है।