
रोहतक, 27 मार्च (दीपक कुमार) आज राजकीय महिला महाविद्यालय, लाखन माजरा (जिला रोहतक) में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) तथा ईको क्लब के संयुक्त तत्वावधान में “वन एवं पर्यावरण संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम” का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम हरियाणा राज्य वन विभाग के सहयोग एवं प्रायोजन से सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों के लिए स्लोगन लेखन, पोस्टर निर्माण, कविता पाठ तथा भाषण प्रतियोगिता जैसी रचनात्मक गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिनका उद्देश्य पर्यावरण एवं वन संरक्षण के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देना था। प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को वन विभाग द्वारा स्टेशनरी किट भेंट कर सम्मानित किया गया तथा अन्य प्रतिभागियों को भी प्रमाण पत्र व प्रोत्साहन स्वरूप उपहार प्रदान किए गए। कार्यक्रम के सभी प्रतिभागियों हेतु मध्याह्न भोजन की समुचित व्यवस्था भी वन विभाग द्वारा की गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री हितेश डागर (वन राज्य अधिकारी) ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए हरियाणा वन विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी एवं पर्यावरण संरक्षण को एक सार्वजनिक जन अभियान का रूप देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने पर्यावरणीय चेतना को व्यवहार में लाने हेतु महाविद्यालय प्रांगण में पौधारोपण किया एवं पौधों की देखभाल संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की तथा विभाग द्वारा प्रकाशित लघुपुस्तिकाओं एवं सूचना सामग्री का वितरण भी किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या श्रीमती इंद सपरा ने प्रकृति संरक्षण एवं सतत विकास के महत्व पर छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्हें पर्यावरण हितैषी गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी हेतु प्रेरित किया।
ईको क्लब समन्वयक श्री नवींद्र द्वारा क्लब की वार्षिक गतिविधियों की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की गई।सहायक प्राध्यापिका श्रीमती अल्का ने पर्यावरण संरक्षण विषय पर एक भावपूर्ण लघु कविता का पाठ किया।कार्यक्रम का संचालन श्रीमती हेमलता द्वारा अत्यंत मर्यादित एवं प्रभावशाली ढंग से किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारीगण, संपूर्ण संकाय सदस्यगण एवं लगभग 150 छात्राएँ उपस्थित रहीं।महाविद्यालय प्रशासन एवं छात्राओं की ओर से यह सर्वसम्मत अनुशंसा की गई कि हरियाणा राज्य वन विभाग द्वारा इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन अत्यंत सराहनीय है तथा इनका नियमित अंतराल पर आयोजन किया जाना पर्यावरणीय हित में आवश्यक है।

