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गुरुग्राम में उद्योग मंत्री राव नरबीर सिंह की अगुवाई में निकली भव्य तिरंगा यात्रा

चंडीगढ़, 10 अगस्त – आजादी के अमृतकाल और स्वतंत्रता दिवस समारोह के उपलक्ष्य में पूरे देश में जारी ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत गुरुग्राम की बादशाहपुर विधानसभा में रविवार को एक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह की अगुवाई में यह यात्रा सेक्टर-22 स्थित कृष्णा चौक से आरंभ होकर सर्वसमाज की सहभागिता के बीच रेजांगला चौक पर सम्पन्न हुई। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ने रेजांगला चौक पर पहुंचकर वीर शहीदों को नमन किया।

यात्रा के समापन पर उपस्थित नागरिकों को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आज भारत का युवा शक्ति, एकता और राष्ट्रभक्ति से परिपूर्ण है। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि वे देशहित को सर्वोपरि रखते हुए राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ‘हर घर तिरंगा, हर मन तिरंगा, जन-जन तिरंगा’ का आह्वान किया है। तिरंगा हमारी शान है और यह भावना प्रत्येक नागरिक के हृदय में बसनी चाहिए। भारत युवाओं का देश है और जब युवा देश के लिए स्वयं को समर्पित करता है, तो भारत की प्रगति को कोई रोक नहीं सकता।

*14 अगस्त तक हर घर तिरंगा फहराने का आह्वान*

राव नरबीर सिंह ने कहा कि ‘हर घर तिरंगा’ अभियान का उद्देश्य देशवासियों में देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव की भावना को प्रोत्साहित करना है। इस यात्रा के माध्यम से लोग अपने घरों पर तिरंगा फहराकर और स्वतंत्रता दिवस के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेकर स्वतंत्रता संग्राम के वीर सपूतों के बलिदानों को स्मरण करते हैं। उन्होंने अपील की कि 14 अगस्त तक हर घर तिरंगा फहराकर शहीदों के बलिदान को नमन करें और अभियान से जुड़ी तस्वीरें सोशल मीडिया व harghartiranga.com पर साझा करते समय हैश टैग का प्रयोग करें, ताकि अन्य लोग भी प्रेरित हों।

उन्होंने कहा कि आगामी 14 अगस्त तक देश के हर कोने में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सभी 140 करोड़ भारतीय एकजुट होकर वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है कि बचपन से ही बच्चों में देश की एकता और अखंडता का महत्व समझाने के संस्कार डालें। यदि बच्चों को प्रारंभ से ही हमारे शहीदों और सैनिकों के त्याग और साहस की कहानियाँ सुनाई जाएँगी, तो उनके मन में सम्मान और गर्व की भावना पनपेगी, और यही बच्चे बड़े होकर राष्ट्र का गौरव बनेंगे।