
चंडीगढ़, 8 दिसंबर—हरियाणा के मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी ने आज यहां हरियाणा सिविल सचिवालय में हुए एक समारोह में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
डॉ. अंबेडकर को भारत के संविधान के मुख्य शिल्पकार और दूरदर्शी समाज सुधारक के रूप में स्मरण करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि बाबा साहेब ने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज के वंचित वर्गों को न्याय, समानता और गरिमा दिलाने के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कि डॉ.अंबेडकर के आदर्श और सिद्धांत आज भी भारत की लोकतांत्रिक एवं प्रशासनिक व्यवस्थाओं का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
मुख्य सचिव ने कहा कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लिए संवैधानिक आरक्षण नीति सामाजिक सशक्तिकरण का एक महत्वपूर्ण साधन है, जो समाज के सबसे वंचित वर्गों को समान अवसर प्रदान कर आगे बढ़ने और प्रगति करने का मौका देता है।
हरियाणा सिविल सचिवालय के अनुसूचित जाति/पिछड़ा वर्ग कर्मचारी कल्याण संघ के सदस्यों से बातचीत करते हुए, श्री अनुराग रस्तोगी ने उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी सभी मांगों पर तत्परता से विचार किया जाएगा। उन्होंने समावेशी शासन और सामाजिक न्याय के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि सभी सरकारी विभागों को सरकार द्वारा निर्धारित रोस्टर प्रणाली का कड़ाई से पालन करना होगा। साथ ही, उन्होंने इसके पारदर्शी और प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आवश्यक निर्देश भी जारी किए।
अपने व्यक्तिगत जीवन के अनुभव साझा करते हुए मुख्य सचिव ने बताया कि उन्होंने एक सरकारी स्कूल में पढ़ाई की और परिश्रम, अनुशासन तथा दृढ़ संकल्प के बल पर सिविल सेवा तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि संविधान द्वारा प्रदान किए गए अवसरों के साथ-साथ ईमानदारी और समर्पण किसी भी पृष्ठभूमि से आने वाले व्यक्ति को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचने में सक्षम बनाते हैं।
इस अवसर पर परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजा शेखर वुंडरू, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के प्रधान सचिव श्री डी. सुरेश और पशुपालन विभाग के आयुक्त एवं सचिव श्री विजय सिंह दहिया समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।