
चंडीगढ़, 15 नवंबर – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि संत शिरोमणि प्रथम पातशाह श्री गुरु नानक देव महाराज के पुत्र बाबा श्री चन्द जी महाराज ने उनके सिद्धांतों व जीवन मूल्यों को अपनाकर उनकी मानव कल्याण की परम्परा को आगे बढ़ाया था। सरकार प्रदेश में हिन्द की चादर नवम पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में 350वें शहीदी दिवस पर 25 नवंबर को ज्योतिसर में राष्ट्र स्तरीय कार्यक्रम आयोजित कर रही है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिरकत करेंगे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी शनिवार को पिहोवा, कुरुक्षेत्र में उदासीन श्री ब्रहम् अखाड़ा साहिब मांडी में बाबा श्री चन्द महाराज के 531वें प्रकाश उत्सव पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की हजूरी में पहुंच कर माथा टेका। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा को उदासीन श्री ब्रहम अखाड़ा साहिब के संस्थापक बाबा गुरविन्दर सिंह महाराज ने सरोपा पहनाकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मानवता के महान सेवक बाबा श्री चन्द महाराज के 531वें प्रकाश उत्सव की सबको हार्दिक बधाई दी और बाबा श्री चन्द महाराज के चरणों में श्रद्धापूर्वक नमन किया।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि उदासीन श्री ब्रहम अखाड़ा साहिब श्री गुरुओं के आदर्शों को आगे बढाते हुए रक्तदान शिविर, गरीब कन्याओं का विवाह, खेलकूद प्रतियोगिताओं आदि का आयोजन करते रहते हैं। आज भी यहां खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। किसी महान आत्मा के प्रकाश उत्सव को मनाने का इससे अच्छा और कोई तरीका नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी के दो पुत्रों में से ज्येष्ठ पुत्र बाबा श्री चन्द जी महाराज का ध्यान बचपन से ही भक्ति की ओर था। उन्होंने मानव कल्याण के लिए जीवन पर्यन्त अनेक कार्य किए।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि बाबा श्री चन्द महाराज का अनुसरण करते हुए बाबा गुरविन्दर सिंह महाराज ने समर्पण भाव व उत्साह के साथ अनेक व्यक्तियों में प्रेम, प्यार, भाईचारे, जनसेवा और जीवन में सफल होने की दृढ़ आकांक्षा को जगाया है। इस महान कार्य को अंजाम देने के लिए ही इन्होंने उदासीन श्री ब्रहम अखाड़ा साहिब की स्थापना की। बाबाजी ने आध्यात्मिकता का एक ऐसा मापदण्ड स्थापित किया है, जो किसी मानव के लिए अत्यंत दुर्लभ है। उन्होंने कहा कि उदासीन श्री ब्रहम अखाड़ा साहिब का मानव कल्याण की गतिविधियों में महत्वपूर्ण योगदान है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि गुरु साहिबान की ‘कर्मभूमि’ के साथ सम्बन्ध होने के कारण हमारा भी कर्त्तव्य बनता है कि हम महान गुरुओं के सद्भाव, सहनशीलता, भाईचारे और आपसी प्रेम के संदेश को अपने जीवन में उतारें। महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा और सीख प्राप्त करने के लिए हम प्रदेश में उनकी जयंतियां राज्य स्तर पर मनाते हैं। उन्होंने कहा कि समय की जरूरत है कि हमारी नई पीढ़ी आधुनिक चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर सके और वह अपनी उच्च प्राचीन संस्कृति को भी न भूले। इस दिशा में हमारे संत-महात्माओं की रचनात्मक भूमिका की देश व समाज को बड़ी जरूरत है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश में अब करप्शन, क्राइम और कास्ट बेस्ड राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है। संतों के आशीर्वाद से इस राजनीतिक शुचिता को सरकार हर कीमत पर बनाकर रखेगी। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प प्रदेश को नशा मुक्त बनाना है। नशा मुक्ति के इस अभियान में हमारे संत-महात्माओं से जब भी हमने मदद मांगी, हमें भरपूर सहयोग मिला है।
इस मौके पर पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती, उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, पुलिस अधीक्षक नीतीश अग्रवाल, मीडिया कॉर्डिनेटर तुषार सैनी, उदासीन श्री ब्रहम अखाड़ा साहिब के संस्थापक बाबा गुरविन्दर सिंह महाराज, जिला अध्यक्ष तिजेंदर सिंह गोल्डी, जिप चेयरपर्सन कंवलजीत कौर, भाजपा नेता जयभगवान शर्मा डीडी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति व साध संगत मौजूद रही।