
चण्डीगढ 11 नवम्बर – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि खेल ही वह शक्ति है जो युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा देती है। जब युवा मैदान में दौड़ता है, तो वह नशे से दूर रहते हुए, अनुशासन के साथ राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनता है।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह आज नारायणगढ (अम्बाला) के बड़ागढ में हरियाणा स्टेट चैम्पियनशिप -2025 के उदघाटन अवसर पर खिलाड़ियों को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने इस स्टेडियम में 16 करोड़ 71 लाख रुपये की लागत से बनने वाले हॉकी एस्ट्रोटर्फ मैदान और फोरलेन सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक का शिलान्यास भी किया। मुख्यमंत्री ने अक्तूबर में आयोजित एशियन गेम्स में रजत पदक जीतने वाली बॉक्सर हरनूर कौर को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ठीक ही कहा है-मैदान में जो खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ देता है, वही जीवन में भी सदैव सबसे आगे बढ़ता है। उन्होने कहा कि हरियाणा के खिलाड़ियों ने प्रधानमंत्री जी की इस बात को अपने जीवन में लागू करके दिखाया है। हमारी धरती सदियों से वीरों, खिलाड़ियों और कर्मयोगियों की भूमि रही है। ओलंपिक, एशियाई खेल, राष्ट्रमंडल खेल या राष्ट्रीय चेम्पियनशिप, हर जगह हरियाणा के बेटे-बेटियों ने देश का नाम रोशन किया है। इसके लिए प्रदेश के खिलाड़ी बधाई के पात्र हैं।
श्री नायब सिंह सैनी कहा कि बड़ागढ़ की इस पवित्र धरती पर आकर मुझे बड़े उत्साह और उमंग का अनुभव हो रहा है। इसमें प्रदेश के 4 हजार से अधिक ऊर्जावान युवाओं का दल शामिल है। जहां तक नजर डालो, वहां हर चेहरा उमंग से दमक रहा है और हर दिल में एक ही संकल्प धड़क रहा है कि जो मैदान में उतरेंगे तो जीतकर ही लौटेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैदान में गूंजे युवा पुकार, जीत का रखो सदा विचार, हार से सीखो हिम्मत ना हारो, नई उड़ान भरो सपनों को संवारों। इस चेम्पियनशिप से खिलाड़ी अपने खेल स्तर को और अधिक उंचा उठाने में सफल रहेंगे। उन्होंने कहा कि यह चेम्पियनशिप ऐसे समय में हो रही है, जब हम गत 1 नवम्बर से ’’हिंद की चादर’’ नौंवी पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी वर्ष मना रहे हैं। श्री गुरु तेग बहादुर जी ने देश व धर्म की रक्षा के लिए अपने जीवन की कुर्बानी दी, और अन्याय, धार्मिक कट्टरता और अत्याचार के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद की। उन्होंने कहा कि श्री गुरू तेग बहादुर जी को अपना शीश कटवाना मंजूर था, लेकिन वे अपने धर्म से विचलित नहीं हुए। उनके बलिदान, त्याग और सिद्धांतों से आप युवाओं को प्रेरित करने के लिए प्रदेशभर में उनका शहीदी वर्ष मनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस ट्रैक के बनने से हमारे युवाओं के सपनों को एक नई उड़ान मिलेगी। साथ ही, यह आधुनिक हॉकी एस्ट्रोटर्फ मैदान हरियाणा को स्पोर्ट्स पावर ऑफ इंडिया बनाने में कारगर कदम सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि शाहबाद में स्थित हॉकी अकेडमी में बने एस्ट्रोटर्फ मैदान से रानी रामपाल व सविता पूनिया जैसी खिलाड़ियों ने देश का नेतृत्व किया है, उसी प्रकार यहां से भी निकलने वाले खिलाड़ी देश-विदेश में नाम कमाएंगे। यह स्टेडियम भी शाहबाद की तरह हॉकी की नर्सरी कहलाएगा।
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि इस फोर लेन सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक के निर्माण से एथलेटिक्स जैसे मूलभूत खेलों को भी नई दिशा मिलेगी। हर खेल की शुरुआत दौड़ से होती है, और जब दौड़ की शुरुआत आधुनिक ट्रैक से होगी, तो उसके परिणाम भी विश्वस्तरीय होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने खेल सुविधाएं पूरे राज्य में विकसित करने का बीड़ा उठाया हुआ है। इसके लिए खेल विभाग का बजट भी दोगुणे से ज्यादा किया गया है। इस वित्त वर्ष के बजट में खेलों के लिए 589 करोड़ 69 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में 3 राज्य स्तरीय खेल परिसर, 21 जिला स्तरीय खेल स्टेडियम, 25 उपमंडल स्टेडियम, 163 राजीव गांधी ग्रामीण खेल परिसर, 245 ग्रामीण स्टेडियम, 10 स्विमिंग पूल, 11 सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक, 14 हॉकी एस्ट्रो-टर्फ और 2 फुटबॉल सिंथेटिक सतह और 9 बहुउद्देशीय हॉल उपलब्ध हैं। इसके अलावा, राई, सोनीपत में हरियाणा खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने बचपन से ही खिलाडियों को तराशने के लिए प्रदेश में खेल नर्सरियां खोली हुई हैं। प्रदेश में खेल नर्सरियों की संख्या 1,500 से बढ़ाकर 2 हजार की गई हैं। इन नर्सरियों में 8 से 14 वर्ष की आयु के खिलाड़ियों को 1500 रुपये तथा 15 से 19 वर्ष की आयु के उभरते खिलाड़ियों को 2 हजार रुपये प्रति माह दिये जाते हैं। यहीं नहीं खेल नर्सरी प्रशिक्षकों को 25 हजार रुपये तक मानदेय भी दिया जा रहा है।
श्री नायब सिंह ने कहा कि इन खेल गतिविधियों और बेहतर खेल नीति की बदौलत खिलाड़ी भविष्य में होने वाले 2028, 2032 और 2036 के ओलंपिक खेलों में हरियाणा के लिए सर्वाधिक पदक जीतने में कामयाब होंगे। उनमें इस चम्पियनशिप में भाग लेने वाले खिलाड़ी भी शामिल होंगे। इसके साथ ही खिलाड़ी खेल भावना, मेहनत और आत्मविश्वास के साथ खेलेंगें, तो हरियाणा का गौरव बढ़ेगा और भारत का झंडा ऊंचा लहराएगा।
मुख्यमंत्री ने खेल उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पेरिस ओलंपिक 2024 में देश के खिलाड़ियों द्वारा जीते गये 6 में से 5 पदक हरियाणा के खिलाडियों ने जीते। एशियाई खेलों में भी प्रदेश का प्रदर्शन बड़ा ही सराहनीय रहा है। हांग्जो एशियाई खेल 2022 में, देश के 111 पदकों में से 28 पदक हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते। उन्होंने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों में भी हरियाणा के खिलाड़ियों का हमेशा दबदबा रहा। यह उपलब्धियां हरियाणा की दूरदर्शी खेल नीतियों का परिणाम हैं।
राज्य स्तरीय खेल कार्यक्रम में खेल विभाग के प्रधान सचिव नवदीप सिंह विरक, महानिदेशक संजीव वर्मा, चेयरमैन धर्मबीर मिर्जापुर, पूर्व विधायक डा. पवन सैनी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक व बडी संख्या में खिलाड़ी उपस्थित रहे।