
चंडीगढ़, 30 अक्टूबर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश सरकार जनहित के विकास कार्यों को प्राथमिकता के साथ आगे बढ़ा रही है। जिला फतेहाबाद में बाढ़, जलभराव, सिंचाई, सड़क, सीवरेज, पेयजल और अन्य अधोसंरचना संबंधी कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रत्येक कार्य गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए। मुख्यमंत्री वीरवार को फतेहाबाद के विश्राम गृह में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने नायब सिंह सैनी ने कहा कि हिसार घग्गर ड्रेन की चौड़ाई बढाई जाए ताकि जलभराव वाले इलाक़ों से इसके ज़रिए पानी निकासी की समस्या का समाधान हो सके। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि ओटू झील पर बहाव के बोझ को कम करने के लिए कहीं बीच में वैकल्पिक मार्ग से जल निकासी का प्रस्ताव तैयार किया जाए। उन्होंने सिंचाई विभाग को यह भी निर्देश दिए कि जिन गांवों से यह ड्रेन होकर गुजरती है, वहां इसे पक्का (कंक्रीट लाइनिंग) करने की संभावनाएं तलाशें ताकि मिट्टी कटाव और अवरोध की स्थिति न बने।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां-जहां जलभराव की स्थिति अभी बनी हुई है, वहां शीघ्र जल निकासी सुनिश्चित की जाए, ताकि किसान समय पर फसल की बुआई कर सकें। उन्होंने निर्देश दिए कि लो-लाइन क्षेत्रों को चिह्नित कर भविष्य के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार की जाए, जिससे आगामी वर्षों में वर्षा के दौरान जलभराव की समस्या उत्पन्न न हो।
फसल क्षति का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में हुई बारिश से किसानों की फसल को हुए नुकसान की वेरिफिकेशन तेजी से पूरी की जाए। किसानों द्वारा क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपलोड किए गए डेटा की भौतिक जांच कर यह सुनिश्चित करें कि वास्तविक किसान को ही मुआवजा मिले। उन्होंने कहा कि सरकार हर किसान को उसकी क्षति का उचित मुआवजा देगी, लेकिन इसके लिए रिपोर्ट सटीक और पारदर्शी होनी जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने मंडियों में धान खरीद कार्य की समीक्षा करते हुए कहा कि जिला के सभी किसानों की फसल की खरीद सुनिश्चित की जाए। जिन किसानों ने क्षतिपूर्ति पोर्टल पर पंजीकरण कराया है, उनकी वेरिफिकेशन हर स्थिति में पूरी की जानी चाहिए।
*चिल्ली झील परियोजना पर समीक्षा*
मुख्यमंत्री ने चिल्ली झील प्रोजेक्ट की प्रगति की समीक्षा करते हुए उपायुक्त से कहा कि सभी संबंधित विभागों की प्रगति रिपोर्ट उन्हें भेजी जाए। उन्होंने कहा कि कार्य की गुणवत्ता की जांच की जाए, और यदि किसी विभाग ने निम्न गुणवत्ता का कार्य किया है, तो सख्त कार्रवाई की जाए।झील निर्माण में भूमि से संबंधित अड़चन को दूर करने के लिए उन्होंने निर्देश दिया कि ई-भूमि पोर्टल के माध्यम से खरीद की प्रक्रिया अपनाई जाए। यदि भूमि मालिक पूरी 4 कनाल भूमि बेचना चाहता है तो ई-भूमि से खरीद सुनिश्चित की जाए।
*पेयजल, सड़क व सीवरेज कार्यों की समीक्षा*
मुख्यमंत्री ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के तहत फतेहाबाद के सेक्टर में वाटर वर्क्स निर्माण की समीक्षा करते हुए इसे जल्द पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि सेक्टर निवासियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सके।
उन्होंने जिला में सड़क और सीवरेज व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि लोक निर्माण विभाग को नोडल एजेंसी बनाया गया है। विभाग यह सुनिश्चित करे कि सर्दियों से पहले जिला की सभी सड़कों की मरम्मत पूरी कर ली जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला की40 सड़कों के चौड़ीकरण का कार्य तेजी से पूरा किया जाए, और जहां भी नई सड़क बनाई जा रही है, वहां पहले सीवरेज और पेयजल लाइन का कार्य पूरा हो, ताकि सड़क निर्माण के बाद खुदाई न करनी पड़े।
उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि विकास कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उपायुक्त को निर्देश दिए कि हर माह विकास कार्यों की समीक्षा करें, और गुणवत्ता में कमी मिलने पर संबंधित अधिकारी व ठेकेदार के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करें तथा रिपोर्ट उन्हें भेजें।
*नगर निकायों और अस्पताल निर्माण पर निर्देश*
मुख्यमंत्री ने स्थानीय निकाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वैध घोषित कॉलोनियों में विकास कार्य पूरे कराए जाएं, ताकि शहरी क्षेत्रों में नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिलें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए शहरी स्वच्छता प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं, जिससे नागरिकों में स्वच्छता के प्रति सहभागिता बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने फतेहाबाद में निर्माणाधीन 200 बेड के अस्पताल को वर्तमान वित्त वर्ष में ही पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि जिले के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।
*भुना में पानी निकासी प्रपोजल पर समीक्षा*
मुख्यमंत्री ने भुना क्षेत्र में जल निकासी प्रपोजल की समीक्षा करते हुए कहा कि नगर पालिका द्वारा अग्रसेन चौक से ड्रेन तक तैयार किए गए प्रस्ताव की व्यवहारिकता जांची जाए और जल्द कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि पहले से मंजूर प्रोजेक्ट 10 करोड़ 47 लाख रुपये की लागत से रंगोई तक पाइप लाइन बिछाने के प्रपोजल को जल्द से जल्द सिरे चढ़ाया जाए, ताकि बरसाती पानी की समस्या का समाधान हो सके।
बैठक में पूर्व मंत्री देवेंद्र सिंह बबली, पूर्व विधायक दुडाराम, एससी आयोग चेयरमैन रविंद्र बलियाला, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रवीण जोड़ा, उपायुक्त डॉ. विवेक भारती, एसपी सिद्धांत जैन, एडीसी अनुराग ढालिया, एसडीएम आकाश शर्मा, जीएम रोडवेज मेजर गायत्री अहलावत, एसडीएम राजेश कुमार, सुरेंद्र सिंह, सीईओ सुरेश कुमार, सीटीएम गौरव गुप्ता सहित जिला के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।