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10वें अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र में 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे शामिल: नायब सिंह सैनी

चंडीगढ़, 14 नवंबर- मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि 10वां अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र में 15 नवंबर से शुरू हो रहा है और 5 दिसंबर तक चलेगा। पहली बार 21 दिन तक चलने वाले इस महोत्सव में संस्कृति, ज्ञान और आध्यात्मिकता का अलग ही संगम देखने को मिलेगा। 25 नवंबर को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी गीता महोत्सव में शामिल हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी शुक्रवार को कुरुक्षेत्र के ब्रह्म सरोवर के श्री सर्वेश्वर महादेव मंदिर परिसर में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष श्री मोहनलाल कौशिक, सांसद श्री नवीन जिंदल, पूर्व राज्य मंत्री श्री सुभाष सुधा भी मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज के प्रयासों से गीता का प्रसार बढ़ा है। भारत ही नहीं, अपितु मॉरीशस, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, श्री लंका और जापान समेत अनेक देशों में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का भव्य आयोजन हो चुका है।

उन्होंने कहा कि धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र की इस पावन भूमि को भारतीय संस्कृति की क्रीड़ा स्थली होने का गौरव प्राप्त है। इसी भूमि में पावन सरस्वती के तटों पर वेदों, उपनिषदों और पुराणों की रचना हुई और इसी भूमि को ‘श्रीम‌द्भगवद्‌गीता’ की जन्मस्थली होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने ‘श्रीमद्भगवद्‌गीता’ का जो शाश्वत उपदेश दिया था, इस वर्ष उस उपदेश को दिए हुए 5,163 वर्ष हो जाएंगे।

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि वर्ष 2016 में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को बड़े स्तर पर मनाया जा रहा है। गीता की जन्मस्थली धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र में हर साल अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। इसलिए हर साल प्रबंध भी व्यापक स्तर पर किये जाते हैं।

मध्यप्रदेश सहयोगी राज्य की भूमिका में होगा:

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि इस बार अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में मध्यप्रदेश सहयोगी राज्य की भूमिका में रहेगा। मध्यप्रदेश अपनी समृद्ध धार्मिक व आध्यात्मिक संस्कृति के लिए विख्यात है। ऐसे महान सांस्कृतिक परंपराओं वाले राज्य का अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में सहयोगी राज्य बनने से इस महोत्सव की गरिमा और गौरव कई गुणा बढ़ेगा। मध्यप्रदेश द्वारा ब्रह्मसरोवर पर स्थित पुरुषोत्तम पुरा बाग में सांस्कृतिक पैवेलियन बनाया जा रहा है। इसमें उनकी संस्कृति, शिल्प, खान-पान इत्यादि से सम्बन्धित स्टाल आकर्षण का केन्द्र रहेंगे।

उन्होंने कहा कि 24 नवम्बर को ब्रह्मसरोवर पर गीता यज्ञ एवं पूजन के साथ अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का विधिवत शुभारंभ होगा। इसके साथ ही 24 नवंबर को ही कुरुक्षेत्र विश्ववि‌द्यालय में तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय गीता संगोष्ठी का शुभारम्भ भी किया जाएगा। इस संगोष्ठी में ऑनलाइन माध्यम से भी देश-विदेश के गीता मर्मज्ञ, विद्वान एवं शोधार्थी अपने शोधपत्र प्रस्तुत करेंगे।

*विदेश मंत्रालय के माध्यम से अन्तर्राष्ट्रीय गीता संगोष्ठी में 16 देशों के 25 वि‌द्वानों की रहेगी उपस्थिति*

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि इस वर्ष भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के माध्यम से अन्तर्राष्ट्रीय गीता संगोष्ठी में 16 देशों के 25 वि‌द्वानों की उपस्थिति रहेगी। विदेश मंत्रालय के माध्यम से 51 देशों में गीता महोत्सव के कार्यक्रम भी आयोजित होंगे, जिनका लाइव प्रसारण रहेगा। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय द्वारा दूसरे देशों में विभिन्न भाषाओं में अनुवाद की गई श्रीम‌द्भागवत गीता की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। फिजी और त्रिनिदाद एवं टोबेगो से 20 पंडित 2 दिन के लिए कुरुक्षेत्र आ रहे हैं, जोकि महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इसके अलावा 7 देशों के 25 शिल्पकारों द्वारा अपनी शिल्प का प्रर्दशन महोत्सव के दौरान किया जाएगा।

*संस्थानों में होंगे गीता सेमिनार*

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि इस बार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अतिरिक्त एनआईडी, एनआईटी तथा आयुष विश्ववि‌द्यालय कुरुक्षेत्र द्वारा 24 नवम्बर से 1 दिसम्बर की अवधि के दौरान गीता सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा भी गीता पर आधारित प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।

*पुरुषोत्तमपुरा बाग में होगी कथा*

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि 26 नवम्बर से 30 नवम्बर तक पुरुषोत्तमपुरा बाग में पद्म विभूषित रामभ्रदाचार्य जी द्वारा जीयो गीता के तत्वावधान में कथा का आयोजन किया जाएगा। इसी तरह 29 नवम्बर को पुरुषोत्तमपुरा बाग में सन्त सम्मेलन का आयोजन होगा, जिसमें देश के प्रख्यात सन्त मिलकर गीता एवं अध्यात्म विषय पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि 30 नवम्बर को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सिनेट हाल में अखिल भारतीय देवस्थानम सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन में भारत वर्ष की विभिन्न संस्थाओं के प्रमुखों की उपस्थिति रहेगी।

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि महोत्सव के दौरान सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग, हरियाणा द्वारा एक यू-टूब चैनल चलाया जाएगा। इसमें विभिन्न श्रद्धालु श्रीमद्भगवद गीता में ‘मेरा पंसदीदा श्लोक’ एवं उस श्लोक से उनके जीवन में आए बदलाव पर अपना अनुभव सांझा करेंगे। सबसे ज्यादा देखे जाने वाली विडियो क्लिप को महोत्सव के समापन समारोह में 1 लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

*48 कोस कुरुक्षेत्र भूमि के तीर्थों पर होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम*

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि 15 नवम्बर से 5 दिसम्बर तक ब्रह्म सरोवर के पावन तट पर भव्य गीता महा आरती का आयोजन किया जाएगा। इसी तरह 25 नवम्बर से 1 दिसम्बर तक 48 कोस कुरुक्षेत्र भूमि के तीर्थों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। गीता जयन्ती के दिन 1 दिसम्बर को ज्योतिसर तीर्थ पर गीता यज्ञ, गीता पाठ एवं भागवत कथा का आयोजन होगा। उसी दिन थीम पार्क, कुरुक्षेत्र में 18 हजार विद्यार्थियों द्वारा गीता के श्लोकों का वैश्विक पाठ किया जाएगा। इसमें देश-विदेश से लाखों गीता प्रेमी एवं श्रद्धालु ऑनलाइन भी जुड़ेंगे। इसके साथ ही उसी दिन कुरुक्षेत्र विश्ववि‌द्यालय के सभागार में 48 कोस तीर्थ सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इसमें कुरुक्षेत्र भूमि के 182 तीर्थ समितियों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।

182 तीर्थों पर होगा दीपोत्सव का आयोजन

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि 1 दिसम्बर को ही कुरुक्षेत्र भूमि के सभी 182 तीर्थों पर दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा। गीता शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा। इसमें नगर की विभिन्न धार्मिक, सामाजिक एवं स्वयंसेवी संस्थाएं भाग लेंगी। उन्होंने कहा कि 24 नवम्बर से 1 दिसम्बर तक प्रतिदिन ब्रह्म सरोवर के पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांयकालीन भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। यह कार्यक्रम गीता, महाभारत एवं श्रीकृष्ण विषय पर आधारित होंगे। उन्होंने कहा कि 28 से 30 नवम्बर तक सन्निहित सरोवर एवं ब्रहमसरोवर पर विद्यार्थियों के लिए गीता श्लोकोच्चारण, भाषण, निबंध लेखन, चित्रकला, रंगोली, क्राफ्ट आदि कई प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इसके अलावा ब्रह्म सरोवर पर 24 नवम्बर से 1 दिसम्बर तक गीता पुस्तक मेले को आयोजन किया जाएगा। इसमें देश के प्रमुख प्रकाशक शामिल होंगे।

*हरियाणा के विकास एवं उन्नति को दर्शाती हुई लगाई जाएंगी प्रदर्शनियां*

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी ब्रह्म सरोवर के पुरुषोत्तमपुरा बाग में 24 नवम्बर से 1 दिसम्बर तक हरियाणा के विकास एवं उन्नति को दर्शाती हुई प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी। इनमें सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं और क्षेत्र विशेष में हुए विकास कार्यों की जानकारी मिलेगी। इनके अलावा, विभिन्न धार्मिक, शैक्षणिक एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी। महोत्सव के दौरान विभिन्न भाषाओं में गीता संस्करण की प्रर्दशनी भी लगाई जाएगी।

*हरियाणा की संस्कृतिशिल्पखान-पान के लिए बनाया जाएगा हरियाणा पैवेलियन*

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि महोत्सव में हरियाणा की संस्कृति, शिल्प, खान-पान इत्यादि से सम्बन्धित हरियाणा पैवेलियन बनाया जाएगा। इसमें वाले पर्यटक एवं तीर्थयात्री हरियाणा की संस्कृति से रूबरू होंगे। गीता महोत्सव में ‘बलराम’ कुश्ती दंगल का आयोजन करवाया जाएगा। इसमें देश के बड़े-बड़े कुश्ती खिलाड़ियों को भी आमन्त्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा शहर में विभिन्न स्थानों पर महाभारत थीम पर आधारित पेंटिंग बनाने का कार्य करवाया जा रहा है। मेला क्षेत्र में दर्शकों के लिए 15 नवम्बर से 5 दिसम्बर तक फन फेयर का आयोजन किया जा रहा है।

28 नवंबर से सभी जिला मुख्यालय पर होंगे अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के कार्यक्रम

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के कार्यक्रम 28 नवंबर से सभी जिला मुख्यालयों पर शुरू होंगे। इसी तरह 1 दिसम्बर को हरियाणा के सभी जिलों के मुख्यालयों में गीता शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा। सभी जिलों के मुख्यालयों में 1 दिसम्बर को गीता जयंती के दिन 1800 विद्यार्थियों द्वारा गीता का वैश्विक पाठ किया जाएगा। इसी प्रकार सभी जिलों में 1 दिसम्बर को ग्राम पंचायतों द्वारा अपने तीर्थों पर सायंकाल को दीपोत्सव मनाया जाएगा।

इस मौके पर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि कुरुक्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण ने सर्व मानव जाति के कल्याण के लिए गीता का उपदेश दिया था। गीता विश्वविख्यात है। कुरुक्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इससे पहचान मिली है, हर साल लाखों लोग विदेश से अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती में हिस्सा लेने के लिए यहां पहुंचते हैं।