
चंडीगढ़, 15 दिसंबर- मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को सोनीपत में सीएम गुड गवर्नेंस एसोसिएट्स (CMGGA) 2025 के दूसरे चरण का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह अवसर केवल एक कार्यक्रम का उद्घाटन नहीं, बल्कि हरियाणा में सुशासन की नई परंपरा को आगे बढ़ाने का संकल्प है। उन्होंने कहा कि शासन केवल कानून और आदेश का नाम नहीं, बल्कि लोगों के दिलों को छूने और समाज की नब्ज को समझने की कला है। सुशासन तब स्थापित होता है जब हर नागरिक, किसान, मजदूर, युवा और मातृशक्ति यह महसूस करें कि सरकार उनकी अपनी है। पारदर्शिता, जवाबदेही और समयबद्ध सेवा सुशासन के मुख्य स्तंभ हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2016 में शुरू हुआ CMGGA कार्यक्रम इस सोच से प्रेरित है कि पढ़े-लिखे, ऊर्जावान युवाओं को शासन की मुख्यधारा में कैसे जोड़ा जाए। यह कोई नौकरी नहीं बल्कि युवाओं को “चेंज–मेकर” बनाने की प्रक्रिया है। अब तक 175 से अधिक एसोसिएट्स इस कार्यक्रम का हिस्सा बन चुके हैं, जो गांवों में जाकर संवाद के आधार पर समस्याओं का समाधान सुझाते हैं और वास्तविक सुशासन का धरातल मजबूत करते हैं।
हरियाणा की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राखीगढ़ी की 4,600 वर्ष पुरानी सभ्यता इस भूमि की समृद्धि का प्रमाण है। CMGGA के माध्यम से 70 प्रतिशत से अधिक एसोसिएट्स आज भी नीति अनुसंधान, सामाजिक क्षेत्र और विकास कार्यों में सक्रिय हैं। ‘अंत्योदय सरल’ के जरिए 600 से अधिक सरकारी सेवाएँ ऑनलाइन उपलब्ध कराई गईं, जबकि ‘परिवार पहचान पत्र’ से 85 प्रतिशत से अधिक परिवारों का सफल पंजीकरण हुआ। ‘सक्षम हरियाणा’ अभियान के अंतर्गत लगभग 14 लाख बच्चे बेहतर शिक्षा से लाभान्वित हो रहे हैं।
CMGGA-2025 के नए स्वरूप को साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि इस चरण का मंत्र है—“नवाचार हो चुका है, अब क्रियान्वयन करना है।” इस बार ग्लोबल विलेज फाउंडेशन क्रियान्वयन एजेंसी और ऋषिहुड यूनिवर्सिटी लर्निंग पार्टनर के रूप में जुड़े हैं। कुल 27 एसोसिएट्स ग्रामीण विकास, नीति अनुसंधान, शासन, जलवायु नीति और डेटा एनालिटिक्स जैसी प्राथमिकताओं पर कार्य करेंगे। ये उम्मीदवार TISS, IIM, IIT जैसे प्रमुख संस्थानों से हैं और नीति आयोग जैसे संगठनों में कार्यानुभव रखते हैं।
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है। हरियाणा इस दिशा में एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने तथा नई नौकरियाँ सृजित करने के लक्ष्य पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह केवल आर्थिक विस्तार नहीं बल्कि मानवीय विकास का एजेंडा है।
उन्होंने एसोसिएट्स को संदेश देते हुए कहा कि इस अवसर को केवल प्रमाणपत्र या करियर की सीढ़ी न समझें, बल्कि इसे राष्ट्र-निर्माण के मिशन के रूप में देखें। समर्पण के साथ काम करें, हर जिम्मेदारी को गंभीरता से लें, सत्यता और पारदर्शिता को कभी न छोड़ें, और नवाचार की सोच हमेशा जीवित रखें। चुनौतियाँ आएँगी, गलतियाँ होंगी, लेकिन उनसे सीखकर आगे बढ़ना ही सच्चा नेतृत्व है। उन्होंने गीता का संदेश उद्धृत करते हुए कहा—“अपना कर्तव्य करते रहो, फल की चिंता मत करो।”
मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि CMGGA-2025 के माध्यम से हरियाणा को और अधिक मजबूत, समृद्ध, शिक्षित, स्वस्थ, सुरक्षित और सुशासित राज्य बनाने के लिए सभी मिलकर कार्य करें। विकसित भारत के संकल्प के साथ विकसित हरियाणा के निर्माण की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ने का समय आ गया है।
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली, पूर्व रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु, विधायक कृष्णा गहलावत, विधायक पवन खरखौदा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव यशपाल यादव, ग्लोबल विलेज फाउंडेशन के अध्यक्ष सुमित कुमार, ऋषिहुड यूनिवर्सिटी के सीईओ साहिल अग्रवाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
सभी युवाओं को सुशासन को साकार करने में अपनी भूमिका सुनिश्चित करनी है
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने सभी चयनित मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों से अलग से भी मुलाकात की। उन्होंने सभी का परिचय लिया और हरियाणा में काम करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम (CMGGA) का उद्देश्य मुख्यमंत्री के सुशासन को साकार करने में युवाओं की भूमिका सुनिश्चित करना है। यह कार्यक्रम केवल फेलोशिप या रोजगार नहीं, बल्कि युवाओं को “चेंज-मेकर” के रूप में विकसित करने की एक सशक्त प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि हमें सरकार की सुशासन की सभी नीतियों को जिला स्तर से लेकर के उपमंडल ब्लॉक और गांव स्तर तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि हमारे सामने चुनौतियां भी आयंगी लेकिन सफल वही व्यक्ति होता है जो चुनौतियों का सामना कर आगे बढ़ता है। उन्होंने कहा कि सभी को अंत्योदय की भावना के साथ काम करना है। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने अपने अनुभव भी सांझा किए और नियुक्ति पत्र भी सौंपे।