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महिला सशक्तिकरण और बाल कल्याण का आपस में गहरा संबंध – राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष

चण्डीगढ़, 8 अक्टूबर – हरियाणा के राज्यपाल एवं राज्य बाल कल्याण परिषद् के अध्यक्ष प्रो. असीम कुमार घोष ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, संरक्षण और भावनात्मक विकास को आकार देकर उनका समग्र कल्याण सुनिश्चित करना होगा। महिला सशक्तिकरण और बाल कल्याण का आपस में गहरा संबंध है। जब माताएँ सशक्त, शिक्षित और सुरक्षित होती हैं, तो बच्चों का कल्याण भी सुनिश्चित होता है।

राज्यपाल एवं राज्य बाल कल्याण परिषद् के अध्यक्ष प्रो. असीम कुमार घोष आज हरियाणा राज भवन चण्डीगढ़ में जिला बाल कल्याण अधिकारियों के साथ परिषद् के कार्याे को लेकर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री दुष्मंत कुमार बेहरा व राज्य बाल कल्याण परिषद की महासचिव श्रीमती सुषमा गुप्ता सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।

राज्यपाल ने कहा कि संस्थागत प्रणालियों को मजबूत करने के लिए मजबूत निगरानी, जिला समन्वय और पारदर्शी शासन जरूरी है। इसके साथ ही परिषद् के आउटरीच और निवारक कार्यों में समुदायों, युवाओं, गैर सरकारी संगठनों और स्थानीय प्रशासन को अधिक शामिल करना है। इसके अलावा, विशेष रूप से कमजोर बच्चों और देखभाल एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों के लिए प्रारंभिक हस्तक्षेपों को प्राथमिकता देना है।

उन्होंनें कहा कि परिषद ने गोद लेने, आश्रय गृहों, कोचिंग और बाल भवन जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से हाल के वर्षों में अपनी पहुँच का विस्तार किया है। यह हरियाणा में हर साल बड़ी संख्या में बच्चों के जीवन को प्रभावित करती है। यह एक ऐसी ज़िम्मेदारी है जिसे हमें निरंतर सतर्कता, नवाचार और करुणा के साथ निभाना होगा। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि अल्पकालिक कार्य योजनाएँ बनाएँ, प्रशिक्षण को सुदृढ़ बनाएँ, परिणामों पर बारीकी से नज़र रखें और बच्चों के सर्वाेत्तम हित को हमेशा मार्गदर्शक सिद्धांत के रूप में रखें।

हरियाणा का भविष्य बच्चों के स्वास्थ्य, खुशहाली और शिक्षा पर निर्भर – लेडी गवर्नर मित्रा घोष

लेडी गवर्नर एवं राज्य बाल कल्याण परिषद् की उपाध्यक्ष श्रीमती मित्रा घोष ने कहा कि परिषद ने राज्य भर में बच्चों की सुरक्षा, शिक्षा और समग्र कल्याण सुनिश्चित करने में सराहनीय भूमिका निभाई है। उन्होंने आग्रह किया कि समाज के सबसे कमज़ोर तबके तक पहुँचकर उन्हें आगे बढ़ाने का काम करें। राज्य के प्रत्येक बच्चे के उज्जवल और अधिक समावेशी भविष्य सुनिश्चित करने लिए मिशन के तहत कार्य करे। हरियाणा का भविष्य उसके बच्चों के स्वास्थ्य, खुशहाली और शिक्षा पर निर्भर करता है।  

परिषद् न केवल बच्चों के लिए बल्कि युवाओं और महिलाओं के कार्यक्रमों का कर रही है सफल संचालन – सुमन सैनी

हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् की उपाध्यक्षा श्रीमती सुमन सैनी ने कहा कि परिषद् न केवल बच्चों के लिए, बल्कि युवाओं और महिलाओं के लिए भी अनेक सार्थक एवं योजनाबद्ध कार्यक्रमों का सफल संचालन कर रही है। विशेष रूप से, बच्चों को गोद देने की प्रक्रिया अत्यंत व्यवस्थित, पारदर्शी और विधिक मानकों के अनुरूप संपन्न की जा रही है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त वह संस्था है जो देश और विदेश में बच्चों को गोद देने की प्रक्रिया संपन्न करती है। अब तक परिषद् द्वारा कुल 704 बच्चों को गोद दिया जा चुका है, जिनमें से 528 बच्चों को देश में तथा 176 बच्चों को विदेशों में गोद दिया गया है। उन्होंने कहा कि परिषद् द्वारा अंबाला जिले के नारायणगढ़ ब्लॉक में लघु बाल भवन की स्थापना करना एक प्रशंसनीय पहल है। थोड़े से दिनों के भीतर ही इस संस्थान में लगभग 600 बच्चों ने विभिन्न प्रशिक्षण केंद्रों में प्रवेश लिया है, जो परिषद् की प्रभावी कार्यप्रणाली का प्रमाण है। परिषद् भविष्य में भी इसी प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ बच्चों एवं युवाओं के सर्वांगीण विकास हेतु प्रयासरत करती रहेगी।

इस अवसर पर बैठक में अधिकारियों ने परिषद के चल रहे कार्याे और कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी और बैठक में जिला बाल कल्याण अधिकारियों से सुझाव भी लिए गए