
चंडीगढ़, 02 अगस्त– हरियाणा के सहकारिता, कारागार, निर्वाचन, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि आज हरियाणा देश की सबसे बड़ी खेल ताकत के तौर पर उभरा है, क्योंकि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने खिलाडिय़ों के लिए अनुकूल माहौल तैयार करते हुए उनकी प्रतिभा को नई दिशा प्रदान की है। उन्होंने भरोसा जताया कि राई (सोनीपत) में स्थापित हरियाणा खेल यूनिवर्सिटी आने वाले समय में हरियाणा की इस भूमिका को बढ़ाने व वर्ष 2036 ओलंपिक तक हरियाणा 36 ओलंपिक पदक जीते, इसमें बड़ा योगदान देगा।
डॉ. अरविंद शर्मा राई (सोनीपत) में हरियाणा राज्य खेल महाकुंभ के शुभारम्भ अवसर पर खेल यूनिवर्सिटी कैम्पस में लॉन टेनिस स्पर्धा का आधिकारिक शुभारम्भ करने उपरांत बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में खेलों के माध्यम से अनुशासन, समर्पण एवं दृढ़-संकल्प के साथ प्रदेश का भविष्य गढ़ा जा रहा है। यह खेल महाकुंभ महज एक प्रतियोगिता नहीं, अपितु यह युवा ऊर्जा, राज्य की दूरदर्शी खेल नीति और समाज की सामूहिक चेतना का उत्सव है। वर्ष 2014 के बाद हरियाणा ने दिखा दिया है कि जब भी खेलों की बात होगी तो छोटा राज्य हरियाणा बड़ी सोच व अटूट संकल्प के साथ आगे खड़ा होता है। महज 2 प्रतिशत जनसंख्या हिस्सेदारी वाला हरियाणा देश को मिलने वाले पदकों में 60 प्रतिशत तक योगदान देता है।
डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि बीते डेढ़ दशक में हरियाणा के खिलाडिय़ों ने हर ओलंपिक में प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। वर्ष 2025 में हुए ओलंपिक में देश के 6 पदक में से 5 पदक हरियाणा के खिलाडियों ने जीते। पैरालम्पिक 2024 में देश को मिले 29 पदक में 8 पदक हरियाणा के खिलाडिय़ों ने जीते। आज हरियाणा सरकार ओलंपिक व पैरालम्पिक में स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी को 6 करोड़ रुपए, रजत पदक विजेता खिलाड़ी को 4 करोड़ रुपए, कांस्य पदक विजेता खिलाड़ी को 2.5 करोड़ रुपए व प्रत्येक प्रतिभागी खिलाड़ी को 15 लाख रुपए दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा की खेल नीति पूरे देश में एक आदर्श मॉडल के रूप में देखी जा रही है, क्योंकि यह खिलाडिय़ों को सर्वाधिक नकद पुरस्कार व सुविधाएं प्रदान करती है।